उत्तराखण्ड

श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग एवं धाम में बीमार एवं घायल श्रद्धालुओं की सेवा में जुटे हैं ….सुरक्षाकर्मी

रुद्रप्रयाग

 

श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग एवं धाम में बीमार एवं घायल श्रद्धालुओं की सेवा में जुटे हैं सुरक्षाकर्मी श्री केदारनाथ धाम में दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य खराब होने या किसी कारण से घालय होने पर यात्रा मार्ग एवं केदारपुरी में तैनात सुरक्षा कर्मियों द्वारा तत्काल रेस्क्यू अभियान चलाकर उन्हें उपचार हेतु नजदीकी एमआरपी में पहुंचा कर उनकी रक्षा की जा रही है।

सेक्टर अधिकारी गौरीकुंड द्वारा सूचना उपलब्ध कराई गई कि गौरीकंड घोड़ा पड़ाव के समीप घोड़े से गिरने के कारण एक महिला घायल हो गई है। सूचना प्राप्त होते ही डीडीआरएफ गौरीकुंड की टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर महिला का रेस्क्यू कर उपचार हेतु गौरीकुंड अस्पताल पहुंचाया, जहां महिला का उपचार जारी है। उक्त महिला यात्री श्रीमती सुमित्रा देवी निवासी रामगढ़ पंचवारा, राजस्थान की निवासी है।

 

*जिला प्रशासन द्वारा यात्रियों की सुविधा के लिए बनाए गए पार्किंग एवं पंडाल में ठहरने की उचित व्यवस्था के लिए श्रद्धालुओं द्वारा की जा रही है जिला प्रशासन की सराहना।*

 

कलकत्ता निवासी सुब्रत मंडल साइकिल से श्री केदारनाथ धाम के दर्शनों को जा रहे थे। रास्ते में उनका स्वास्थ्य बिगड़ने पर उन्होंने स्थानीय लोगों से अस्पताल एवं रखने की व्यवस्था की जानकारी ली तो, स्थानीय लोगों ने उन्हें जिला प्रशासन द्वारा यात्रियों की सुविधा हेतु तैयार निशुल्क पांडाल की जानकारी दी। सुब्रत मंडल पांडाल में पहुंचे तो अधिसाशी अधिकारी कैलाश पटवाल द्वारा उन्हें पांडाल में ही बनाए गए स्वास्थ्य कैंप में उनका परीक्षण करवाने के बाद उन्हें दवा दिलायी। उक्त यात्री को विश्राम पांडाल में उचित देखभाल के बीच खाने-पीने की व्यवस्था करवाई गई। प्रशासन द्वारा दी गई सुविधाओं का धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा यात्रियों की सुविधा के लिए सभी प्रबंधन ठीक प्रकार से किए गए हैं। शौचालय की भी उचित व्यवस्था है, जिसमें स्वच्छता का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। वहीं पलवल निवासी राजकुमार ने भी अगस्त्यमुनि में स्थापित निशुल्क निवास व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि जिला प्रशासन द्वारा जरूरतमंद श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की जा रही हैं। उन्होंने इस सुविधा के लिए प्रशासन को धन्यवाद दिया।

 

 

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