उत्तराखण्ड

एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत वृक्षारोपण करते सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी।

*सैन्यधाम से ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की शुरुवात।*

 

 

*सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए मां के सम्मान में किया वृक्षारोपण, पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश।*

 

देहरादून

 

प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने मंगलवार को सैन्यधाम स्थल गुनियाल गांव देहरादून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत मां के सम्मान में आवला के पौधे का रोपण कर वृक्षारोपण किया और “एक पेड़ मां के नाम” के अभियान की सैन्य धाम से शुरुवात की। अभियान के तहत सैन्यधाम स्थल में 200 से अधिक विभिन्न प्रजाति के पौधों का रोपण किया गया।

इस अवसर पर मंत्री गणेश जोशी ने प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में इस राष्ट्रव्यापी अभियान में अधिक से अधिक अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने का प्रदेशवासियों से अपील की। मंत्री गणेश जोशी ने कहा जिस प्रकार जलवायु परिवर्तन तथा पेड़ों पौधों के कटान से जल स्रोत सुख रहे हैं। ऐसे वृक्षारोपण करना बेहद आवश्यक है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि न केवल पेड़ लगाना जरूरी है, बल्कि जब तक पेड़ मजबूत स्थिति न हो जाए तब तक उसकी देखभाल करना भी आवश्यक है। मंत्री ने बताया इस वर्ष प्रकृति को समर्पित हरेला पर्व पर जल संवर्धन की दिशा में कारगर सिद्ध होने वाले प्रजाति के पौधे लगाए जाने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार भी व्यक्त किया।

उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मां की स्मृति में या उनके सम्मान में पेड़ लगाने का अभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है। मंत्री ने कहा मां के नाम पेड़ लगाने के अभियान से अपनी मां के सम्मान के साथ ही धरती मां की भी रक्षा होगी। मंत्री ने प्रदेश वासियों से अधिक संख्या में वृक्षारोपण करने भी आव्हान किया। इस दौरान मंत्री गणेश जोशी ने सैन्य धाम के निर्माण कार्यों की प्रगति की जानकारी भी ली और अधिकारियों को निर्धारित समय पर कार्य पूर्ण करने के निर्देश भी दिए।

इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष प्रदीप रावत, मंडल अध्यक्ष राकेश रावत, जिला पंचायत उपाध्यक्ष दीपक पुंडीर, निदेशक सैनिक कल्याण अमृत लाल, बीजेपी युवा मोर्चा अध्यक्ष विनय गुप्ता, लक्ष्मण रावत सहित विभागीय अधिकारीगण एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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