उत्तराखण्डपर्यटन
खंड स्तरीय शिविर का आयोजन कर यात्रा में संचालित घोड़ा-खच्चर मालिकों का किया जायेगा पंजीकरण
रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम यात्रा के सफल संचालन हेतु यात्रा मार्ग में संचालित होने वाले घोड़ा-खच्चर मालिकों, हाॅकरों व श्रमिकों को यात्रा से पूर्व लाईसेंस व पंजीकरण उपलब्ध कराए जाने के लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन में विकास खंड स्तरीय शिविर आयोजित किए जा रहे हैं।
अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत प्रेम सिंह रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि 21 मार्च को विकास खंड जखोली के छेनागाड़ से आयोजित होने वाले उक्त शिविरों हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि रोस्टर वार आयोजित होने वाले शिविर कार्यक्रम के अनुसार 23 मार्च को विकास खंड अगस्त्यमुनि के नागजगई में, 25 मार्च को चंद्रापुरी में 01 अप्रैल को नैनी पौंडार तथा 4 अप्रैल को बांसवाड़ा में शिविर आयोजित किए जाएंगे।
इसी तरह विकास खंड ऊखीमठ के नारायणकोटी में 24 मार्च, कालीमठ व जालमल्ला में 27 मार्च, मैखंडा व बड़ासू में 28 मार्च तथा खुमेरा व जाखधार में 29 मार्च को शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा 30 मार्च को साल्या व ल्वारा, 31 मार्च को गौरीकुंड व सीतापुर, 2 अप्रैल को राऊंलेक, 4 को मनसूना तथा 6 अप्रैल को त्रिजुगीनारायण व सिरसौली में शिविर आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि 15 अप्रैल से सोनप्रयाग व गौरीकुंड कैम्प कार्यालय से पंजीकरण व लाईसेंस का कार्य संपादित किया जाएगा। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कहा कि पशुपालन विभाग द्वारा स्वास्थता प्रमाण-पत्र जारी होने के उपरांत ही घोड़े-खच्चर मालिकों, हाॅकरों एवं डंडी-कंडी श्रमिकों के पंजीकरण व लाईसेंस निर्गत करना सुनिश्चित करें। साथ ही एसओपी के अनुसार पहचान हेतु आवश्यक दस्तावेज भी प्राप्त कर लिए जाएं।