उत्तराखण्ड

प्रदेश में अब प्रदेश में अब बिजली और पानी भी महंगाबिजली और पानी भी महंगा

देहरादून: बढ़ती महंगाई के बीच अब उत्तराखंड में एक अप्रैल से बिजली और पानी भी महंगा होने जा रहा है। घरेलू पेयजल उपभोक्ताओं के लिए नौ से 11 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी तय की गई है वहीं, कमर्शियल उपभोक्ताओं को 15 फीसदी से अधिक भुगतान करना होगा। गुरुवार को बिजली के भी नए रेट जारी होंगे। विद्युत नियामक आयोग ने नए रेट को अंतिम रूप दे दिया है। पानी के बिल में हर महीने 14 रुपये से लेकर 25 रुपये तक की बढ़ोत्तरी होगी। जल संस्थान तीन महीने में पानी के बिल जारी करता है। इस तरह एक बिल में 42 रुपये से लेकर 75 रुपये तक का इजाफा होगा। जल संस्थान एक अप्रैल से राज्य में पेयजल की नई दरें लागू करता है। शहरी क्षेत्रों में पानी के बिलों का निर्धारण हाउस टैक्स के आधार पर होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में बिल पानी के नल के आधार पर तय किया जाता है। शहरों में 360 रुपये तक भवन कर पर ग्रेविटी की पेयजल योजनाओं से जुड़े उपभोक्ताओं का 160 रुपये महीना पानी का बिल आता है। ट्यूबवेल से जुड़े उपभोक्ताओं का 169 रुपये, पम्पिंग पेयजल योजना से जुड़े उपभोक्ताओं का 181 रुपये प्रति महीना बिल 2013 के तय रेट पर निर्धारित किया गया है। भवन कर 361 रुपये से 2000 रुपये के बीच होने पर ग्रेविटी योजना में 169.10 रुपये, ट्यूबवेल योजना पर 181.56 रुपये, पम्पिंग योजना पर 195.80 रुपये महीना बिल तय किया गया है। भवन कर 2000 रुपये से 3500 रुपये होने पर ग्रेविटी योजना में 199.36 रुपये, ट्यूबवेल योजना पर 213.05 रुपये, पम्पिंग योजना पर 240.30 रुपये बिल निर्धारित है। ये वृद्धि इन रेटों पर ही लागू होगी। ग्रामीण क्षेत्रों में एक घर में एक से दो टोंटी होने पर नौ प्रतिशत वृद्धि होगी। घर में इससे अधिक टोंटी होने पर 11 प्रतिशत की वृद्धि होगी।

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