डॉक्युमेंट्री काली के पोस्टर रिलीज के बाद से देशभर में विवाद, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप
देहरादून: डॉक्युमेंट्री ‘काली’ के आपत्तिजनक पोस्टर पर दिन-प्रतिदिन विवाद बढ़ता जा रहा है। एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश में मेकर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है। वहीं अब दिल्ली पुलिस ने भी निर्माताओं के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
बता दें कि डॉक्यूमेंट्री ‘काली’ के पोस्टर में मां काली बनी अभिनेत्री के एक हाथ में सिगरेट तो दूसरे हाथ में एलजीबीटीक्यू का झंडा दिखाया गया है। देवी का यह रूप देख हर कोई हैरान रह गया है। पोस्टर रिलीज के बाद से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने को लेकर इसकी काफी निंदा की जा रही है I सोशल मीडिया पर यूजर्स मेकर्स पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
यूपी पुलिस ने हिंदू देवी-देवताओं के अपमानजनक चित्रण के लिए फिल्म ‘काली’ की निर्माता लीना मणिमेकलाई के खिलाफ आपराधिक साजिश, पूजा स्थल पर अपराध, जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से शांति भंग करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की।
फिल्म निर्माता ने तवीत कर रखी अपनी बात
जिसके बाद मणिमेकलाई ने एक ट्विटर पोस्ट में लिखा, “मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं है। जब तक मैं जीवित हूं, मैं एक ऐसी आवाज बनकर रहना चाहती हूं जो निडर होकर बोलती रहे। अगर इसकी कीमत मेरी जिंदगी है, तो इसे दिया जा सकता है।” जब इस पर विवाद बढ़ने लगा तब लीना ने तमिल में पोस्ट शेयर कर लिखा, “इस फिल्म में दिखाया गया है कि एक शाम काली प्रकट होती हैं और टोरंटो की सड़कों पर घूमने लगती हैं। यदि आप इस फिल्म को देखेंगे तो आप मेरी गिरफ्तारी की मांग करने की बजाए मुझसे प्यार करने लगोगे।”