उत्तराखण्ड
खेती एवं बागवानी में कम रुचि को सीएम ने बताया ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन की वजह
देहरादून : चिंतन शिविर का आज अंतिम दिन है I जिसके चलते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में इस कार्यक्रम में प्रतिभाग किया I
गुरुवार को शिविर के अंतिम दिन मुख्यमंत्री ने चर्चा के दौरान बताया कि राज्य में खेती एवं बागवानी को बंदरो द्वारा काफी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। जिससे अधिकांश लोग खेती एवं बागवानी में कम रुचि ले रहे हैं। इस वजह से ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन भी हो रहा है। इस दिशा में विशेष ध्यान देने की जरूरत है। साथ ही इससे संबंधित विभागों को भी वन विभाग के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने वन विभाग, कृषि विभाग एवं उद्यान विभाग द्वारा कार्यशाला का आयोजन कर इस समस्या का समाधान निकलने को भी कहा ।
इस दौरान वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि वन पंचायतों के माध्यम से स्थानीय लोगों को वनों से जोड़ना होगा। इसके लिये वनों के माध्यम से उनकी आजीविका को बढ़ाने के प्रयास करने हैं।
साथ ही कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने निर्देशित देते हुए कहा कि आइटीआई में बच्चों को अच्छा प्रशिक्षण मिले, इसके लिए आइटीआई में आवश्यक संसाधनों एवं मैनपावर को बढ़ाने की दिशा में विशेष ध्यान देना होगा। भविष्य की आवश्यकताओं के हिसाब से विश्लेषण कर कार्यों को आगे बढ़ाना होगा।
कैबिनेट मंत्री डा धन सिंह रावत ने निर्देशित करते हुए कहा कि वन डिस्ट्रिक्ट टू प्रोडक्ट को और अधिक प्रमोट करने की जरूरत है। साथ ही योग के क्षेत्र में भी राज्य में और तेजी से कार्य हों, योग में राज्य में अनेक संभावनाएं हैं, इस दिशा में प्रयास किए जाए।