उत्तराखण्ड

जिला अस्पताल में रेफरल की कार्य संस्कृति होगी समाप्त, नही भटकेंगी नवजात शिशुओं की माताएं

जिला अस्पताल में रेफरल की कार्य संस्कृति होगी समाप्त, नही भटकेंगी नवजात शिशुओं की माताएं,

 

विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई का भी शीघ्र किया जाएगा संचालन

 

चिकित्सकों एवं स्टाफ की कमी से नहीं हो पा रहा था निक्कू वार्ड का संचालन, जिलाधिकारी ने लिया संज्ञान एवं अपने स्तर समन्वय कर एक सप्ताह अन्तर्गत की 10 नर्स एवं 1 बालरोग विशेषज्ञ की व्यवस्था, 10 दिन अन्तर्गत दिखेंगे सभी चिकित्सक एवं नर्सिग स्टाफ

 

डीएम ने की निक्कू वार्ड के लिए डेडीकेटेड एंबुलेंस की व्यवस्था

 

15 नर्सिंग स्टाफ की तैनाती का शासनादेश जारी

 

देहरादून

जिलाधिकारी सविन बंसल कार्यभार ग्रहण करते ही जनसामान्य की समस्याओं के निस्तारण के लिए निरंतर कार्य कर रहे, विशेषकर स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े विषय पर उनकी कड़ी नजर है। जिला चिकित्सालय कम संस्थागत प्रसव की जानकारी का कारण जानने पर बताया गया कि चिकित्सालय में निक्कू वार्ड संचालित न होने के कारण संस्थान में संस्थागत प्रसव में कमी हैं, जिसको जिलाधिकारी ने गंभीरता से लिया निक्कू वार्ड संचालित न होेे पाने के कारणों की जानकारी ली, जिस पर अधिकारियों ने बताया कि निक्कू वार्ड संचालन हेतु बाल रोग विशेषज्ञ एवं नर्सिंग स्टॉफ न होने के कारण संचालित नही हो पाया है।

जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को एक सप्ताह के भीतर बाल रोग विशेषज्ञ की तैनाती करने के निर्देश दिए तथा शासन से समन्वय करते हुए नर्सिंग स्टॉफ की नियुक्ति के प्रयास किये जिसके फलस्वरूप स्टाफ की व्यवस्था, 10 नर्स एवं 1 बालरोग विशेषज्ञ की तैनाती कर दी गई। एक सप्ताह के भीतर संचालित हो आएका निक्कू वार्ड। जिलाधिकारी ने निक्कू वार्ड के लिए एक अलग से डेडीकेटेड एम्बूलेंस की भी व्यवस्था कर ली गई है।

 

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