15 से अधिक परिवारों ने छोड़ा घर, वरुणावत सर्वे को आज पहुंचेंगे टीएचडीसी और जीएसआइ विशेषज्ञ
वरुणावत पर्वत से भूस्खलन हल्का भूस्खलन जारी है। बृहस्पतिवार की सुबह के दौरान भी भूस्खलन क्षेत्र से मलबे के साथ बोल्डर गिरे। भूस्खलन के खतरे से आशंकित आबादी क्षेत्र से 15 से अधिक परिवारों ने रिश्तेदारों के घर और कमरा लेकर अन्यंत्र चले गए हैं।वहीं भूस्खलन का विस्तृत अध्ययन के लिए टीएचडीसी और भारतीय भूसर्वेक्षण संस्थान (जीएसआइ) की टीम शुक्रवार को उत्तरकाशी पहुंचेगी।
जीएसआइ और टीएचडीसी की टीम के पहुंचने की सूचना बृहस्पतिवार को जिला प्रशासन को मिली। गत 27 अगस्त और तीन सितंबर को वरुणावत पर्वत के पूर्वी क्षेत्र से भारी भूस्खलन हुआ।
इस भूस्खलन के कारण मस्जिद मोहल्ला से लेकर गोफियारा तक के आबादी क्षेत्र में हड़कंप है। जिला प्रशासन की ओर से 50 परिवारों को मानसून सीजन तक सुरक्षित स्थानों पर कमरा लेने को लेकर नोटिस जारी किया।
भूस्खलन के विस्तृत अध्ययन और उपचार के लिए भेजा था पत्र
इसके अलावा भूस्खलन के विस्तृत अध्ययन और उपचार कार्य कराए जाने को लेकर जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने शासन को पत्र भेजा। शासन को भेजे पत्र में प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षा के लिए तात्कालिक एवं दीर्घकालीन उपाय सुनिश्चित किए जाने का आग्रह किया।
साथ ही भारतीय भूसर्वेक्षण संस्थान (जीएसआइ) और टीएचडीसी के विशेषज्ञों से भूवैज्ञानिक सर्वे करवाने की संस्तुति की। जिसके बाद शासन की ओर से टीएचडीसी और जीएसआइ की टीम को पत्र भेजा। टीएचडीसी और जीएसआइ की टीम शुक्रवार को उत्तरकाशी पहुंची रही है।