उत्तराखण्ड
पुलिस कांस्टेबल भर्ती पर आयोग ने मांगी क्लीयरेंस, फॉरेस्ट गार्ड भर्ती पर भी संकट के बादल
देहरादून: पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 18 दिसम्बर को सम्पन हुई थीI जिसका रिजल्ट अंतिम चरण में है।पटवारी भर्ती का पेपर लीक होने से जब तक एसटीएफ क्लीयरेंस नहीं देगी, तब तक पुलिस कांस्टेबल भर्ती का रिजल्ट जारी नहीं होगा। इसी के साथ आयोग की और से 22 जनवरी को फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा 600 से अधिक केंद्रों पर कराई जानी है। इस भर्ती पर भी आयोग ने एसटीएफ से क्लीयरेंस मांगी है।
जानकारी के मुताबिक पटवारी-लेखपाल भर्ती का पेपर लीक होने के बाद आयोग ने दो और भर्तियों की जानकारी एसटीएफ से मांगी है। अगर एसटीएफ से पुलिस कांस्टेबल और फॉरेस्ट गार्ड भर्ती में भी नकल का कोई संदिग्ध मामला बताया जाता है तो उसी हिसाब से आयोग निर्णय लेगा।
इसमें पूछा गया है कि क्या पुलिस कांस्टेबल भर्ती में भी उनकी कोई कार्रवाई गतिमान है? जब तक एसटीएफ क्लीयरेंस नहीं देगी, तब तक पुलिस कांस्टेबल भर्ती का रिजल्ट जारी नहीं होगा। इसी प्रकार, आयोग की ओर से 22 जनवरी को फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा 600 से अधिक केंद्रों पर कराई जानी है। इस भर्ती पर भी आयोग ने एसटीएफ से क्लीयरेंस मांगी है। जब तक क्लीयरेंस नहीं मिलेगी, आयोग तब तक इस परीक्षा पर निर्णय नहीं लेगा।
आयोग ने 18 दिसंबर को प्रदेश में 413 केंद्रों पर पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा कराई थी। इसमें 1,30,426 उम्मीदवार शामिल हुए थे। वहीं, 22 जनवरी को प्रस्तावित फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा 600 से अधिक केंद्रों पर कराई जानी है, जिसके लिए 2,10,000 से अधिक उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड जारी किए गए हैं।
राज्य लोक सेवा आयोग ने कहा है कि पूर्व में आयोजित हुई एई, जेई और प्रवक्ता भर्ती पर भी एसटीएफ से साक्ष्य का इंतजार है। जो भी साक्ष्य एसटीएफ से आएंगे, उसी आधार पर आयोग अपना फैसला लेगा। फिलहाल इन भर्तियों की प्रक्रिया भी रुकी रहेगी। गौरतलब है कि पटवारी-लेखपाल भर्ती का पेपर लीक होने के साथ ही एसटीएफ सूत्रों ने तीन अन्य भर्तियों के पेपर लीक होने की भी पुष्टि की थी।