अच्छी शिक्षा देकर गरीब को अमीर बनाना चाहती है केजरीवाल सरकार, केंद्र सरकार को दिया ऑफर
देहरादून: आम आदमी पार्टी के संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गरीबों को अमीर बनाने की अपनी इच्छा को जाहिर किया हैं| उन्होंने कहा कि अच्छी शिक्षा के जरिए देश के 17 करोड़ परिवारों को अमीर बनाया जा सकता है। केजरीवाल इसके लिए केंद्र सरकार को साथ काम करने का ऑफर दिया हैं।
केजरीवाल कहा कि, मैं हर गरीब को अमीर बनाना चाहता हूं। मुझे अमीरों से कोई परहेज नहीं है। गरीब आदमी अमीर कैसे बनेगा? आप सोचिए एक गरीब किसान है, मजदूर है। वह अपने बच्चे को सरकारी स्कूल में भेजता है। सरकारी स्कूलों की हालत बहुत खराब है। वह बच्चा नहीं पढ़ेगा तो वह भी बड़ा होकर छोटा-मोटा काम ही करेगा, गरीब ही रह जाएगा।
उन्होंने कहा कि, मान लीजिए हम स्कूल बहुत अच्छे कर देते हैं तो एक गरीब का बच्चा अच्छी पढ़ाई करता है, डॉक्टर, इंजीनियर बनता है तो वह अपने परिवार की गरीबी दूर करेगा। उसका परिवार अमीर बन जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजधानी की तरह पूरे देश के स्कूल अच्छे हो जाएं तो सभी की गरीबी दूर हो सकती है। मैंने 26 जनवरी के भाषण में कई उदाहरण दिए, कुशाग्र नाम का एक बच्चे का डॉक्टरी में एडमिशन हो गया। देश में 17 करोड़ बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं, चंद स्कूलों को छोड़कर बाकी का बहुत बुरा हाल है। इन बच्चों का भविष्य अंधकार में है। इनके मां-बाप के पास पैसे नहीं हैं इसलिए सरकारी स्कूलों में भेजते हैं। यदि हम इन स्कूलों को दिल्ली की तरह शानदार बना दें और इन बच्चों को अच्छी शिक्षा दें, ये डॉक्टर, इंजीनियर, वकील बन जाएं, तो एक-एक बच्चा अपने परिवार को अमीर बना देंगे।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह स्कूलों को बेहतर बनाना जानते हैं और देशभर के स्कूलों की हालत सुधारने के लिए मोदी सरकार के साथ काम करने को तैयार हैं।
केजरीवाल ने कहा, यदि हम 17 करोड़ बच्चों को अच्छी शिक्षा देदें तो देश अमीर बन सकता है। अमेरिका अमीर इसलिए बना क्योंकि वह हर बच्चे को अच्छी शिक्षा देता है, ब्रिटेन, डेनमार्क भी अच्छी शिक्षा देते हैं इसलिए अमीर है। भारत को भी अमीर बनना है तो हर व्यक्ति को अच्छी शिक्षा देनी होगी। हर स्कूल को अच्छा बनाना होगा। ढेर सारे सरकारी स्कूल खोलने होंगे। जिनते कच्चे टीचर हैं उन्हें पक्का करना होगा और नई भर्तियां करनी होंगी और चौथा टीचरों की ट्रेनिंग करानी है। पूरे देश में यह काम 5 साल में हो सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि मैं केंद्र सरकार को ऑफर देता हूं कि आप हमारी सेवा लो, हम भी तो इसी देश के हैं। हम आप सभी 130 करोड़ लोग मिलकर देशभर के स्कूल ठीक करेंगे। और इसे फ्रीबी कहना बंद कर दो, अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए कम रोटी भी खाना पड़े तो देश तैयार है।”