उत्तराखंड में हथकरघा क्षेत्र के विकास हेतु राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन –
उत्तराखंड में हथकरघा क्षेत्र के विकास हेतु राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन –
राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD), उत्तराखंड क्षेत्रीय कार्यालय, देहारादून में 10 अगस्त 2022 को हथकरघा क्षेत्र के विकास एंव संवर्धन हेतु राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया । समारोह में डॉ संजीव चोपड़ा (सेवानिवृत भा. प्र. से.) मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित हुए । समारोह में उत्तराखंड में हथकरघा क्षेत्र से जुड़े सरकारी अधिकारी, नाबार्ड के अधिकारी, बैंकों के अधिकारी, बुनकर समितियों तथा गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस अवसर पर उत्तराखंड राज्य में हथकरघा क्षेत्र के वर्तमान परिदृश्य, राज्य में हथकरघा क्षेत्र के विकास के लिए राज्य सरकार के साथ तालमेल कर नाबार्ड एंव अन्य स्टेक होल्डर्स द्वारा किए जा सकने वाले विभिन्न हस्तक्षेपों पर सार्थक चर्चा के लिए सभी स्टेक होल्डर्स को आमंत्रित किया गया जिसमें इस क्षेत्र के विकास हेतु समन्वय के साथ कार्य किया जा सके । इस अवसर पर उत्तराखंड के बुनकरों के हथकरघा उत्पादों की एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसमें दर्शकों ने गहन रुचि दिखाई।
बैठक में श्री भास्कर पंत, मुख्य महा प्रबन्धक ने स्वागत सम्बोधन में कहा कि नाबार्ड ग्रामीण विकास के लिए अपनी स्थापना के समय से ही विभिन्न पहलों के माध्यम से हथकरघा क्षेत्र के विकास एंव संवर्धन के लिए सहयोग कर रहा है । इस समय में, यह महत्वपूर्ण है कि हम देश के हथकरघा बुनकरों और हमारी समृद्ध विरासत के रखरखाव में उनके प्रयासों, अर्थव्यवस्था में योगदान के साथ-साथ ग्रामीण भारत में एक बड़ी आबादी को रोजगार प्रदान करने के लिए उनके प्रयासों को मान्यता दें।
मुख्य अतिथि डॉ संजीव चोपड़ा, सेवानिवृत आई. ए. एस. अधिकारी, ने अपने भाषण में हथकरघा क्षेत्र के समर्थन एव सहयोग के लिए उत्तराखण्ड से संबन्धित सभी विभागों को नाबार्ड के साथ मिलकर हथकरघा क्षेत्र के विकास के लिए भावी कार्य योजना बनाने तथा निश्चित कालांतर में बैठक कर विकास योजनाओ को मूर्तरूप देने का सुझाव दिया । इसके अलावा उन्होनें इस बात पर भी ज़ोर देते हुए कहा कि प्रदेश में हथकरघा वस्तुओं की ब्रांडिंग मजबूत करने की आवश्यकता है जिससे उत्तराखंड राज्य को एक अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिल सकेगी और इससे उत्तराखंड में निर्मित हथकरघा उत्पादों के विपणन को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सुगम बनाया जा सकेगा। राज्य में हथकरघा उत्पादों के सफल विपणन और वितरण के लिए हैंडलूम एक्सपो और ऑनलाइन प्लेटफार्मों के अलावा और अधिक प्लेटफार्मों की तलाश करने की जरूरत है। राज्य में पलायन एक प्रमुख मुद्दा है और हथकरघा क्षेत्र की मूल्य श्रृंखला में नाबार्ड और राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के सफल कार्यान्वयन से इससे कुशलतापूर्वक निपटा जा सकता है।
श्री सुनील कौशिक, उप महाप्रबन्धक द्वारा नाबार्ड की विभिन्न योजनाओं पर प्रस्तुति दी गई जिसमें मुख्य आधारभूत क्षेत्र में ओएफ़पीओ के माध्यम से हथकरघा क्लस्टर का निर्माण, रुरल मार्ट / रुरल हाट से हथकरघा वस्तुओं का विपणन, ट्रेनिंग के माध्यम से डिजाईन में नवाचार इत्यादि पर विस्तृत प्रस्तुति दी गई । संयोजक, राज्य स्तरीय बैंकर समिति ने अपने संबोधन में कहा कि हथकरघा क्षेत्र की वर्तमान स्थिति एव भावी योजनाओं पर चर्चा कर इस क्षेत्र के विकास की कार्य योजना निर्धारित की जा सकती है।
बैठक में संयुक्त निदेशक, उद्योग निदेशालय, उत्तराखंड सरकार द्वारा हथकरघा बुनकरों की वर्तमान स्थिति, मुद्दे तथा विकास के लिए किए गए प्रयास एवं भविष्य की योजना का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया गया।
इसके पश्चात प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिक्रिया, अनुभव और सुझाव साझा किए। नाबार्ड के डॉ सुमन कुमार महा प्रबन्धक ने समारोह में धन्यवाद ज्ञापन दिया और कहा कि आने वाले समय मे उत्तराखण्ड से संबन्धित सभी विभाग तथा नाबार्ड मिल कर हथकरघा क्षेत्र के विकास में कार्य करेंगे ।
देहरादून से नवीन जोशी की रिपोर्ट