ऐसे कैसे होगी चारधाम यात्रा? श्रीनगर से बदरीनाथ तक सड़कों की
चारधाम दर्शन के लिए इस बार रिकार्ड पर्यटकों के आने की संभावना के बीच यात्रा मार्ग की बदहाल स्थिति और पार्किंग की कमी सुचारु व्यवस्थाओं में बड़ा रोड़ा बन सकती है। डीआईजी करन सिंह नगन्याल ने हाल में यात्रा मार्ग पर ऋषिकेश से बदरीनाथ धाम तक के हिस्से का निरीक्षण किया।
इस दौरान कई स्थानों पर बड़ी मुश्किलों वाली स्थिति मिली। उन्होंने इस संबंध में रिपोर्ट बनाकर मंडलायुक्त के साथ ही अन्य अफसरों को भेज दी है। चारधाम यात्रा को निर्बाध संपन्न कराने के लिए यात्रा मार्ग पर अप्रैल की शुरुआत में ही नए निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई थी।निर्माण एजेंसी बीआरओ, एनएचआई और लोनिवि को हिदायत दी गई कि जहां-जहां सड़कों की खुदाई या पहाड़ी की कटिंग हुई, वहां अप्रैल अंत तक सड़क बनाकर ब्लैकटॉप कर दिया जाए ताकि, यात्री वाहन आसानी से गुजर सकें। अब 30 अप्रैल को महज तीन दिन शेष हैं और यात्रामार्ग पर जगह-जगह मार्ग बदहाल स्थिति में है।
डीआईजी ने इस पर चिंता जाहिर करते हुए अफसरों को रिपोर्ट भेज दी है। उन्होंने कई प्वाइंट को चिह्नित करते हुए वहां श्रमिकों की संख्या बढ़ाकर तेजी से काम कराने का सुझाव दिया है। डीआईजी नगन्याल ने बताया कि केदरानाथ धाम के लिए जाने वाले वाहनों के लिए कोई पार्किंग उपलब्ध नहीं है।उन्होंने बताया कि गौरीकुंड से सोनप्रयाग के बीच सड़क के किनारे एक लेन बनाकर यात्रियों के वाहन पार्क कराए जाएंगे। जहां भी उनके वाहन पार्क होंगे, उससे आगे मोटर मार्ग जहां तक है वहां तक उन्हें शटल के जरिए छुड़वाया जाएगा। इसके लिए मिनी बसों की व्यवस्था की जा रही है।
मैंने ऋषिकेश से लेकर बदरीनाथ तक चारधाम यात्रा मार्ग का निरीक्षण किया। राजमार्ग के इस हिस्से में ऑलवेदर रोड के कामों के कारण कई जगह बड़ी चुनौती है। यात्रा से पहले इनका समाधान बेहद जरूरी है नहीं तो मुश्किल पैदा हो सकती है। मैंने इसकी रिपोर्ट मंडल आयुक्त और अन्य अफसरों को सौंप दी है।
करन सिंह नगन्याल, डीआईजी, गढ़वाल रेंज
यात्रा से पहले सुधार की जरूरत
1. डैम साइट व फरास में रोड कई जगह खराब है। पहाड़ी की कटिंग होने से लगातार मलबा गिर रहा है। बारिश होने के बाद यहां चुनौती और बढ़ सकती है।
2. सिरोबगड़, चमधार में सम्राट रेस्टोरेंट के पास एक पुल बन रहा है। यहां सड़क बहुत संकरी और बदहाल है। पुल यात्रा शुरू होने से पहले तैयार नहीं हो पाएगा। यह प्वाइंट भी चारधाम यात्रा में बड़ी चुनौती होगा।
3. चमोली में रेलवे स्टेशन के पार चौड़ीकरण के लिए काफी कटिंग हुई है। यहां कटिंग के बाद निर्माण का काफी काम अधूरा है। बारिश होने पर यहां परेशानी होना लाजमी है। नंदप्रयाग के पास सिंगल रोड है। उसकी स्थिति भी ठीक नहीं है। हेलन में भी सड़क काफी हिस्सा बहुत खराब है।
4. जोशीमठ में नरसिंह मंदिर के पास सड़क खराब होने के साथ ही संकरी है। यात्रा के दौरान यहां लोग रुकते हैं। वाहनों की पार्किंग तक को जगह नहीं है।
5. मारवाड़ी और हनुमान चट्टी क्षेत्र में सड़क खोदने के बाद काफी काम बचा हुआ है।
देहरादून से नवीन जोशी की रिपोर्ट