उत्तराखण्ड
हिन्दू महापंचायत पर जिला प्रशाशन ने लगाई रोक, स्वामी आनंद स्वरूप गिरफ्तार
देहरादून : रुड़की के पास डाडा जलालपुर में आज प्रस्तावित हिंदू महापंचायत पर जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है। जिसके बाद यहां टकराव के हालत बन गए हैं। महापंचायत पर रोक लगाए जाने के बाद से पुलिस प्रशासन सतर्क है।10 किलोमीटर के दायरे में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है। साथ ही पुलिस अधिकारी ग्रामीणों को लगातार समझाने में लगे हैं कि महापंचायत नहीं होगी, अमन और शांति बनाए रखें। वहीं आयोजकों का कहना है कि महापंचायत हर हाल में होगी, चाहे थाने में ही करनी पड़े।
पुलिस ने काली सेना के संस्थापक और शंकराचार्य परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप को स्वामी दिनेश आनंद के आश्रम में रोक लिया। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। वह हिंदू पंचायत के आयोजन पर रोक के बावजूद भगवानपुर जाने की कोशिश कर रहे थे, पुलिस ने उन्हें किसी भी तरह की पंचायत ना करने की हिदायत दी है।
डाडा जलालपुर, मानक मजरा, डाटा पट्टी, खेड़ी, शिकोहपुर और सिकरोड़ा समेत कई अन्य गांवों के मार्गों पर पुलिस पूरी सख्ती बरत रही है। गांव में प्रशासन ने 144 धारा लगाई है, जिस वजह से गांव में सन्नाटा है। लेकिन स्कूल कॉलेज खुले हुए हैं। वहींं गांव में भी दिनचर्या जारी है, ग्रामीण अपने दैनिक कृषि कार्य में जुट गए हैं। साथ ही यहां पर आने जाने वाले वाहनों की लगातार चेकिंग की जा रही है।
इस सबके बीच शंकराचार्य परिषद अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप का एक बयान भी सामने आया उन्होंने कहा कि काली सेना के आह्वान पर डाडा जलालपुर में महापंचायत आयोजित हो रही है। लेकिन प्रशासन धारा 144 लगाकर मामले को तूल और विवाद को जन्म दे रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का जिक्र करते हुए स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि डाडा जलालपुर में धर्म संसद नहीं बल्कि महापंचायत हो रही है।