उत्तराखण्ड
बैराज जलाशय में लगाई जा रही फेंसिंग में गुणवत्ता की कमी के चलते कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने रुकवाया कार्य
देहरादून : बैराज जलाशय की सुरक्षा के लिए लगाई जा रही फेंसिंग के निर्माण कार्य में गुणवत्ता में कमी की शिकायत मिलने पर शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान निर्माण कार्य में गुणवत्ता की कमी के चलते यूजेवीएनएल के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए निर्माण कार्य रुकवा दिया।
वित्त, शहरी विकास एवं आवास विधायी एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बैराज स्थित आस्थापथ का निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने फेंसिंग के निर्माण के लिए उपयोग में लाई जा रही सामग्री की जांच की, जो घटिया स्तर की पाई गई। यहां जो फेसिंग लगाई गई थी, वह हाथ लगाते ही उखड़ भी गयी। यह देखकर मंत्री का पारा चढ़ गया और उन्होंने मौके पर मौजूद यूजेवीएनएल के अधिशासी अभियंता ललित कुमार से इस संदर्भ में जवाब मांगा। जिसका वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए।
जिस पर मंत्री ने अधिशासी अभियंता ललित कुमार को फटकार लगाई। साथ ही कहा कि आचार संहिता के दौरान निर्माण कार्य शुरू किया गया, जिसमें गुणवत्ता को नजरअंदाज करते हुए घटिया सामग्री लगाई गई, जिससे 97 लाख रुपए की धनराशि की बंदरबाट की जा सके I कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने मौके से ही यूजेवीएनएल के एमडी संदीप सिंघल को फ़ोन से निर्माण कार्य रोकने के निर्देश दिए।
करीब 97 लाख रुपए की धनराशि से बैराज जलाशय की सुरक्षा के लिए 1.6 किलोमीटर तक फेंसिंग का कार्य किया जा रहा था। जिसके निर्माण कार्य में जनप्रतिनिधियों द्वारा लगातार गुणवत्ताविहीन निर्माण कार्य की शिकायत मिल रही थी। जिसका संज्ञान लेकर कैबिनेट मंत्री मौके पर पहुंचे और निर्माण कार्य रुकवाया।
इस मौके पर जूनियर इंजीनियर राजीव कुमार, प्रियंका नेगी, पूर्व दायित्वधारी सन्दीप गुप्ता, पूर्व सभासद अशोक पासवान, कविता शाह, संदीप खुराना, नरेंद्र रावत, अरुण बडोनी, रेखा सजवाण, पुष्पा नेगी, सौरभ गर्ग, विजय जुगरान आदि जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।