महानदी यमुना महोत्सव वह प्रोजेक्ट आत्मनिर्भर का भव्य आयोजन हुआ मथुरा में
महानदी यमुना महोत्सव
कृष्णा कालिंद्री सेतु परियोजना
शीर्षक विकल्प:
जहां यमुना नहीं वहा ब्रज नहीं
त्रेता युग मैं राम सेतु – अब कलिगुय मैं कृष्ण कालिंद्री सेतु
परियोजना प्रोजेक्ट आत्मनिर्भर बनाने जा रहा है महानदी यमुना महोत्सव
यमुना का जल लाना है, ब्रज को बचाना है
महानदी यमुना महोत्सव में पांच राज्य से लोग सम्मिलित होने जा रहे हैं यमुना की आवाज बनने के लिए
प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं नदी उत्सव मनाओ – परियोजना प्रोजेक्ट आत्मनिर्भर ने कर दीखाया
प्रोजेक्ट आत्मनिर्भर वही संगठन है जिसने 2021 में यमनोत्री से मथुरा तक 620 किलोमीटर जल कलश पदयात्रा की थी। उन्होंने 18 अप्रैल 2021 को यमनोत्री से पानी ले जाकर मां यमुना के प्रदूषित जल में डाला, जिसे चैत्र नवरात्रि के छठे दिन यमुनाछट्ट के रूप में मनाया गया। संस्थापक, रंजीत चतुर्वेदी पाठक, मुंबई के एक व्यवसायी, का मानना है कि नदी के मूल रूप से प्राचीन जल को डालने से स्टेम सेल थ्रीपी के रूप में काम करेगा या आवश्यक जीवन प्रणाली को प्रभावित करेगा। यमनोत्री और मथुरा के लोगों द्वारा 5 राज्यों में जहां से नदी बहती है, बैंकों के अलावा मां यमुना के लिए जागरूकता बढ़ाने के लिए पदयात्रा निकाली गई।
अब 2022 में, प्रोजेक्ट आत्मनिर्भर एक बार फिर से मथुरा में यमुना छठ मना रहा है, लेकिन इस बार उन्हें 12 से अधिक संगठनों का समर्थन प्राप्त है जो आध्यात्मिकता, संस्कृति और समाज के प्रचार से संबंधित हैं। माथुर चतुर्वेद परिषद (मथुरा), पंच पांडा समिति (यमनौत्री धाम), अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा (हरिद्वार), द्रौपदी ड्रीम ट्रस्ट (दिल्ली), हरि यमुना (पोंटा साहिब), स्वच्छ (दया (डाईल) दिल्ली), सामाजिक सुधार और अनुसंधान संगठन (दिल्ली), और स्थानीय मथुरा की संस्था जैसे हिंदू युवा वाहिनी (भारत), अखिल भारतीय नारी शक्ति संगठन, जागृति ब्रज मंडल।
यह आयोजन 6 अप्रैल से शुरू होगा और साधु संतों सहित लगभग 1,000 मेहमानों के दिल्ली, उत्तराखंड, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आने की उम्मीद है, जहां से यमुना यमुना नदी में बहाया जाता है। स्वामी अमृतानंद देव तीर्थ, (सेवानिवृत्त) न्यायमूर्ति प्रमोद कोहली, कैराना के स्वामी जय स्वरूप महाराज, और विभिन्न अन्य गणमान्य व्यक्तियों की अपेक्षा की जाती है। कार्यक्रम का प्रदर्शन पद्मश्री डॉ. तिरुपति बालाजी से येला वेंकटेश्वर राव, दादा साहब फाल्के पुरस्कार विजेता हेमंत बृजवासी, और पहली बार दिव्यांग योग और सूर्य पुत्री का सूर्य नमस्कार का प्रदर्शन करेंगे। इस कार्यक्रम में 7 तारीख को एक बड़ी पूजा और जल अभिषेक और मां यमुना की शोभा यात्रा भी होगी, जिसमें हजारों लोगों के शामिल होने की उम्मीद है
प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कॉन्सेप्ट वेंचर्स की एक तकनीकी टीम ने कृष्णा कालंद्री सेतु, एक 200 करोड़ + पाइपलाइन परियोजना पर एक प्रस्तुति दी, जो यमनोत्री से मथुरा तक दो चरणों में और पहले चरण में दो चरणों में पानी लाएगी। दूसरे चरण में चार धाम राजमार्ग परियोजना के पूरा होने के बाद इसे यमनौत्री से लाया जाएगा।
टीम, जिसमें सेवानिवृत्त शामिल हैं, ने कहा कि व्यवहार्यता अध्ययन 40 दिनों की अवधि में आयोजित किया गया था और विभिन्न बिंदुओं का दौरा किया गया था।।
यमुना नदी की हम आवाज बनेंगे व संरक्षण प्रदान करने को लेकर प्रोजेक्ट आत्मनिर्भर संस्था के संस्थापक रंजीत चतुर्वेदी द्वारा ये अभियान शुरू किया गया है जिसमे आज प्रेस कॉन्फ्रेंस महानदी यमुना महोत्सव में मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया कि मेरा ध्य्ये है कि इस बार के यमुना महोत्सव के बाद से अगले वर्ष से यमुना जहां जहां से होती हुई आती है वहां पर भी यमुना छट्ठ पर कार्यक्रम आयोजित होंगे या 51 जगहों पर यमुना कार्यक्रम हो।
दिव्यांग योग
दिव्यांग बच्चों को यमुना के तट पर दिव्यांग योग व सूर्य नमश्कार कराएंगे।
यमुना छट पर शोभायात्रा को ब्रज शोभायात्रा का नाम दिया जाए।
जिसमें ब्रज मंडल के साथ अन्य राज्यों की कई संस्थाए हमारे साथ बढ़ चढ़ कर भाग ले रही हैं।
श्रीकृष्ण की पटरानी है यमुना हम यमुना को पहले लाना चाहते है।।
आईआईटी कानपुर के दीपक गंगा प्रोजेक्ट पर कार्ये कर रहे हैं।
योगेश बहादुर वाटर पावर सेक्टर इंजीनियर भी यमुना के लिए यमनोत्री से मथुरा तक कार्ये कर रहे है।
श्रीकृष्ण कालिंदी सेतु परियोजना
हमारा लक्ष्य है कि मथुरा में विश्राम घाट या सती घाट पर यमुना का एक बृहद रूप से एक कृष्णा कालिंदी सेतु बनाया जाय।
जैसे त्रेता युग मे राम सेतु से राम और सीता को मिलाया ।
उसी तरह यमुना ओर गोपाल का मिलन करेंगे कृष्णा कालिंदी सेतु द्वारा :- रंजीत चतुर्वेदी। इस कार्यक्रम में आत्मनिर्भर प्रोजेक्ट संस्था के प्रेसिडेंट रंजीत चतुर्वेदी पाठक वाइस प्रेसिडेंट धर्मदास चतुर्वेदी, संजय चतुर्वेदी अल्पाइन, समर्थ चतुर्वेदी, आयुष चतुर्वेदी, सचिन चतुर्वेदी, आशीष चतुर्वेदी , आकाश चतुर्वेदी, माखन, वीरता द यूथ पावर ऑफ इंडिया मेजर सीताराम, निदा खान आदि लोग उपस्थित रहे