उत्तराखण्ड
शिक्षा विभाग ने आदेश जारी करते हुए सभी दफ्तर और स्कूल में प्लास्टिक के इस्तेमाल पर लगाई पाबंदी
देहरादून: शनिवार को महानिदेशक- शिक्षा विभाग ने आदेश जारी करते हुए सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी। इसके अंतर्गत राज्य से लेकर ब्लॉक स्तर तक के सभी दफ्तर और स्कूल आएंगे। उन्होंने बताया कि प्लास्टिक के बजाय पर्यावरण के अनुकूल पदार्थों से बनी सामग्री का ही उपयोग किया जाएगा।
सरकार ने प्लास्टिक पर सख्ती से प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए है। इस क्रम में शिक्षा विभाग ने त्वरित कदम उठाते हुए व्यवस्था लागू कर दी है। तीनों निदेशकों को कार्यवाही के निर्देश दे दिए गए हैं। विभागीय बैठक, सेमीनार, वर्कशॉप में भी प्लास्टिक निर्मित सामग्री पर रोक रहेगी। पीने के पानी के लिए डिस्पेंपर की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए विभाग में आवश्यकता पड़ने पर प्लास्टिक के बजाय केवल जूट, कपड़े आदि से बने कैरी बैग का प्रयोग होगा।
महानिदेशक ने बताया कि यदि किसी दफ्तर या स्कूल में प्लास्टिक का उपयोग होता पाया गया तो दंडात्मक कार्रवाई भी की जाएगी। साथ ही अधिकारी-कार्मिक पीने के लिए पानी के लिए मेटल की बोतल का प्रयोग करेंगे। प्रतिबंध के साथ-साथ स्कूल में छात्रों को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील भी बनाया जाएगा। शिक्षक छात्रों को पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली वस्तुओं और गतिविधियों के प्रति भी जागरूक करेंगे।