कर्नल विजय रावत और मुख्यमंत्री धामी की मुलाकात से गरमाई सियासत
देहरादून: चुनावी माहौल के बीच सियासत लगातार गरमाई हुई है | इस परिप्रेक्ष्य में उत्तराखंड विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच राजधानी में हुई एक मुलाकात अब सियासी चर्चाओं में अहम मुद्दा बन गई है। यह मुलाकात बुधवार को देश के पहले सीडीएस रहे जनरल बिपिन रावत के भाई रिटायर्ड कर्नल विजय रावत और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बीच हुई। जिसके बाद कर्नल विजय रावत के भाजपा में शामिल होने की आशंकाएं तेज हो गई हैं।
कर्नल विजय रावत से मुलाकात को लेकर सीएम धामी का एक ट्विट भी सामने आया है, जिसमे उन्होंने लिखा है कि “आज दिल्ली में देश के प्रथम सी.डी.एस. और उत्तराखण्ड के अभिमान स्वर्गीय बिपिन रावत के भाई कर्नल विजय रावत से भेंट की। बिपिन रावत व उनके परिवार द्वारा की गई राष्ट्रसेवा को हमारा नमन है। मैं सदैव उनके सपनों के अनुरूप उत्तराखण्ड बनाने हेतु कार्य करता रहूंगा।”
हालांकि, सीएम धामी का यह ट्वीट एक तरह की सौहार्दपूर्ण मुलाकात की ओर इशारा करता है। लेकिन चुनावी सरगर्मियों को देखेते हुए इस मुलाकात के सियासी मायने भी माने जा रहे हैं, और इस बात की चर्चाएं भी जोर पकड़ रही है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा को कर्नल विजय रावत का साथ मिल सकता है।
कर्नल बिपिन रावत का उत्तराखंड में विशेष योगदान रहा है यहाँ के लोगो के दिल में उनकी एक अहम भूमिका है और यदि यह आशंकाएं सच साबित होती हैं तो यह उत्तराखंड चुनाव में भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है और इससे कांग्रेस समेत आम आदमी पार्टी के सामने भाजपा के कद और भी बड़ा हो जाएगा। कर्नल विजय रावत के आने से भाजपा आप समेत उसके सीएम चेहरे कर्नल अजय कोठियाल को भी माकुल सियासी जबाव दे सकेगी।