सरकार ने विधानसभा के मानसून सत्र के लिए स्थान और तिथि की तय
देहरादून। सरकार ने विधानसभा के मानसून सत्र के लिए स्थान और तिथि तय कर दी है। मानसून सत्र 21 अगस्त से ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा भवन में होगा।
23 अगस्त तक चलने वाले सत्र के लिए अनंतिम प्रस्तावित कार्यक्रम भी निर्धारित कर दिया गया है। संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने यह जानकारी साझा की।
ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में गत वर्ष मार्च में बजट सत्र हुआ था। इसके बाद वहां कोई सत्र आहूत नहीं किया जा सका। इस वर्ष बजट सत्र गैरसैंण में ही प्रस्तावित था, लेकिन बाद में इसे देहरादून में ही आयोजित किया गया। यह सत्र 29 फरवरी को समाप्त हुआ था।
छह माह के भीतर दूसरा सत्र आयोजित किया जाना आवश्यक
ऐसे में नियमानुसार छह माह के भीतर दूसरा सत्र आयोजित किया जाना आवश्यक है। यानी, 29 अगस्त से पहले सत्र होना है। इस सिलसिले में कसरत चल रही थी और सरकार ने साफ किया था कि मानसून सत्र गैरसैंण में ही होगा।
बीती 18 जुलाई को हुई कैबिनेट की बैठक में भी विस सत्र को लेकर चर्चा हुई। तब सत्र के लिए स्थान और तिथि तय करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अधिकृत किया गया। शुक्रवार को संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री के अनुमोदन के बाद सत्र का स्थान व अवधि तय कर दी गई है। उन्होंने कहा कि सत्र गैरसैंण में होगा, जिसके लिए 21 से 23 अगस्त की अवधि निर्धारित की गई है।
विधानसभा के मानसून सत्र के लिए स्थान व तिथि निर्धारित होने के बाद प्रमुख सचिव विधायी एवं संसदीय कार्य धनंजय चतुर्वेदी ने इस संबंध में विधानसभा सचिवालय को सूचना प्रेषित कर दी है। साथ ही सत्र के लिए तिथिवार प्रस्तावित अनंतिम कार्यक्रम भी भेजा है।
इसके अनुसार 21 अगस्त को विभिन्न अध्यादेश सदन के पटल पर रखे जाएंगे। साथ ही इस दिन औपचारिक व विधायी कार्य होंगे। 22 अगस्त को विधायी कार्य होंगे। अंतिम दिन 23 अगस्त को विधायी व असरकारी कार्य के लिए नियत किया गया है।