बाबा रामदेव ने पतंजलि योगपीठ में फहराया तिरंगा
हरिद्वार।उच्चतम न्यायालय से राहत मिलने के बाद योगगुरु बाबा रामदेव ने एलोपैथिक दवाओं को लेकर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। स्वतंत्रता दिवस पर पतंजलि योगपीठ में झंडारोहण करके बाद मीडिया से बात करते हुए बाबा रामदेव ने दावा किया कि एलोपैथी की जहरीली दवाइयां खाकर हर वर्ष करोड़ लोगों की मौत हो रही है।
उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने दुनिया भर में अपना राज्य स्थापित करने के लिए करोड़ों लोगों का कत्ल किया। इस्लाम के नाम पर भी कई लोगों की जानें ली गईं। समाजवाद के लिए हुई क्रांति में भी करोड़ों लोग मारे गए।
जहरीली सिंथेटिक दवाइयां खाकर करोड़ों लोग मर रहे
यह बीते कल की बात है पर, देश में अब भी जहरीली सिंथेटिक दवाइयां खाकर करोड़ों लोग मर रहे हैं। इसलिए चिकित्सा की स्वाधीनता के आंदोलन को अब आगे बढ़ाने की आवश्यकता है, लोगों के जीवन को बचाने के लिए इसे हर हाल में आगे बढ़ाना होगा।
‘भ्रामक विज्ञापन केस’
बता दें कि पतंजलि ‘भ्रामक विज्ञापन केस’ में बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को सुप्रीम कोर्ट ने राहत दी है। कोर्ट ने इस मानहानि केस को बंद कर दिया है। बाबा रामदेव और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड की माफी स्वीकार करने के बाद कोर्ट ने केस बंद कर दिया।
14 मई को शीर्ष अदालत ने अवमानना नोटिस पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था। शीर्ष अदालत में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई हुई, जिसमें कोविड टीकाकरण अभियान और चिकित्सा की आधुनिक प्रणालियों के खिलाफ एक बदनामी अभियान का आरोप लगाया गया था।