उत्तराखण्ड

ज्योति प्रसाद गैरोला, मा० उपाध्यक्ष, राज्य स्तरीय बीस सूत्री कार्यक्रम एवं कार्यान्वयन समिति द्वारा समस्त विभागों के नोडल अधिकारियों के साथ ऑनलाइन समीक्षा बैठक की गयी। श्री गैरोला जी द्वारा निर्देश दिए

देहरादून

 

ज्योति प्रसाद गैरोला, मा० उपाध्यक्ष, राज्य स्तरीय बीस सूत्री कार्यक्रम एवं कार्यान्वयन समिति द्वारा समस्त विभागों के नोडल अधिकारियों के साथ ऑनलाइन समीक्षा बैठक की गयी। श्री गैरोला जी द्वारा निर्देश दिए गए कि URL-tppmpr.uk.gov.in में प्रत्येक माह की 10वीं तिथि तक योजनाओं की प्रगति का डाटा जनपद स्तरीय अधिकारियों के माध्यम से माह फीड कराते हुए विभागाध्यक्ष स्तर से 10वीं तिथि के उपरान्त 01 सप्ताह के अन्तर्गत प्रत्येक माह प्रगति डाटा का अनुमोदन (Approved) किया जाय। अनुमोदन से पूर्व डाटा का विश्लेषण आवश्यक रूप से किया जाय ताकि विभागाध्यक्ष स्तर से अनुमोदित किए गए डाटा के अनुरूप ही जनपद सूचियों का प्रकाशन भी कर सकें। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण से प्राप्त हो रहे लक्ष्य और प्रगति के डाटा पर विसंगति होने पर समाधान, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण तथा सिंचन क्षमता सृजन के जनपदवार लक्ष्यों को शीघ्रताशीघ्र उपलब्ध कराये जाने के भी निर्देश दिए गए। निदेशक श्री सुशील कुमार द्वारा अवगत कराया कि जिन विभागों के विषयों पर लक्ष्य निर्धारण व डाटा विसंगति आ रही है, उनकी पृथक से बैठक बुलाई जाय ताकि अनुश्रवण प्रणाली के अन्तर्गत जनपदों की रैंकिंग का निर्धारण सही सही हो सके। सभी विभागों को वेबसाईट की पहुँच तथा लॉगिन हेतु आईडी व पासवर्ड वितरित कर दिए गए है। सभी विभागों के प्रतिभागियों को विभाग से संबन्धित संकेतक के सूचियों का अवलोकन करने के भी निर्देश दिए गए।

मा० उपाध्यक्ष जी द्वारा कहा गया कि अब विकासखण्ड स्तर पर भी बीस सूत्री कार्यक्रम की रैंकिंग निर्धारित किये जाने हेतु फ्रेम तैयार कर लिया गया है, जिसको पूर्व में भी सभी विभागों को उपलब्ध कराया गया है। फ्रेम के अनुसार जिन संकेतकों के जनपदवार लक्ष्यों का निर्धारण किया जाना है, अविलम्ब विभागाध्यक्ष लक्ष्य निर्धारित कर उपलब्ध कराने का कष्ट करें। विकासखण्ड स्तरीय एमआईएस सिस्टम बनाया जाना गतिमान है ताकि बीस सूत्री कार्यक्रमों का प्राथमिकता के आधार पर विकासखण्डवार रैंकिंग भी की जा सकेगी।

मा० उपाध्यक्ष जी द्वारा अवगत कराया गया कि नवनिर्मित वैबएप्लीकेशन में लगातार डाटा इकोसिस्टम सफलतापूर्वक होने से जहाँ एक ओर प्रगति सूचनाओं सहित सूचियों का अद्यतन कार्य होगा वहीं दूसरी ओर समस्त सूचनाओं तथा प्रतिवेदनों के लिए प्रयुक्त होने वाला कागज व स्टेशनरी का उपयोग पूर्ण रूप से बन्द हो सकेगा। इस प्रकार पर्यावरण की दृष्टि से भी पेपर विहीन कार्य सम्पादित होने के साथ साथ जनता तक सूचनाओं की पहुँच बनेगी।

बैठक में श्री सुशील कुमार, निदेशक एवं विभागाध्यक्ष, बीस सूत्री कार्यक्रम, श्री टी०एस० अन्ना, संयुक्त निदेशक, बीस सूत्री कार्यक्रम, श्री रतन सिंह संयुक्त निदेशक (एनआईसी), श्री जे०सी० चन्दोला, शोध अधिकारी व समस्त विभागाध्यक्षो द्वारा ऑनलाईन बैठक में प्रतिभाग किया गया।

 

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button