जिलाधिकारी ने सभी की गैरहाजिरी दर्ज करने के अपर नगर आयुक्त को दिए निर्देश
देहरादून। मानसून सिर पर है, लेकिन नगर निगम के अधिकारी व कर्मचारी सजग नजर नहीं आ रहे हैं। बुधवार को जिलाधिकारी सोनिका ने नगर निगम में छापा मारा तो यहां एक या दो नहीं, बल्कि 51 कार्मिक डयूटी से गायब मिले। इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए डीएम सोनिका ने सभी की अनुपस्थिति दर्ज करने के निर्देश अपर नगर आयुक्त बीर सिंह बुदियाल को दिए।
अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्होंने नगर निगम के लैंड बैंक की जानकारी ली और निगम की भूमि पर तारबाड़ करने के निर्देश दिए। नगर निगम की खाली भूमि पर पौधारोपण करने के साथ पार्क विकसित करने को भी कहा गया।
उन्होंने स्ट्रीट लाइट की क्षेत्रवार रिपोर्ट तलब की। साथ ही निर्देश दिए कि ऐसी व्यवस्था विकसित की जाए, जिससे स्ट्रीट लाइट खराब होने की जानकारी समय पर मिल जाए। इस दौरान जिलाधिकारी ने लोगों से नगर निगम आने का कारण जाना तथा उनकी समस्याओं के निस्तारण के अधिकारियों को निर्देश दिए। जन्म, मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत होने में देरी होने की शिकायतों पर कार्मिकों ने वेबसाइट की दिक्कत बताई। जिस पर जिलाधिकारी ने वेबसाइट में सुधार लाने के निर्देश।
नगर निगम के अधिकारियों को प्रतिदिन कूड़ा उठान की वार्डवार मानिटिरिंग करने तथा जटायू वाहन को रोस्टरवार क्षेत्र आवंटित कर सफाई कार्यों में लगाने को कहा। साथ ही जिन क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा फेंका जा रहा है, वहां पर कार्मिकों से सर्वे कराते हुए कारण का पता लगाकर व्यवस्था बनाने के दिशा निर्देश जारी किए।
स्वीकृत कार्यों की पत्रावली प्रस्तुत करने के निर्देश दिए
जिलाधिकारी ने नगर निगम के अंतर्गत वर्तमान में गतिमान तथा स्वीकृत कार्यों की पत्रावली प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। सोर्स सेग्रीगेशन के लिए किए गए कार्यों की सूची भी संबंधितों के साथ हुए अनुबंध की पत्रावली तलब की। जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त नगर निगम से कार्य आवंटन पत्रावली तलब की। ताकि विकट स्थिति में निगम के मैनेजमेंट के बारे में आकलन किया जा सके।
दो सहायक नगर आयुक्त पर गिरी गाज
मानसून सिर पर होने के बावजूद लंबे समय से छुट्टी पर चल रहे दो सहायक नगर आयुक्त पर जिलाधिकारी सोनिका के छापे के बाद गाज गिर गई। नगर आयुक्त गौरव कुमार ने सहायक नगर आयुक्त वीपीएस चौहान और यशवीर सिंह राठी को उप नगर आयुक्त गोपाल बिनवाल के कार्यालय से संबद्ध कर दिया है। बताया गया कि दोनों के छुट्टी पर होने से म्यूटेशन और संपत्ति कर से जुड़े मामलों का निस्तारण नहीं हो पा रहा था।