अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जनता में भारी उत्साह, दिवाली-धनतेरस जैसी दिख रहीं तैयारियां
रामोत्सव ने उत्तर प्रदेश में त्योहार का रूप ले लिया है। नवरात्र और धनतेरस की तरह 22 जनवरी के लिए लोगों ने अभी तक करीब 22 हजार वाहनों की डिलीवरी के लिए बुकिंग करायी है, वहीं सोने-चांदी के राम दरबार, सिक्के, राममंदिर की आकृति वाली अंगूठी सहित 78 से ज्यादा उत्पाद बाजार में हैं। राम दरबार के वस्त्र गुजरात से यूपी पहुंच रहे हैं। उसी दिन प्रदेश में करीब 6500 से ज्यादा शादियां होंगी। कुल मिलाकर करीब 10 हजार करोड़ का बाजार तैयार है।
सबसे ज्यादा फायदा कुम्हारों का है। अभी तक तक करीब दो करोड़ दीये बिक चुके हैं। माटी कला बोर्ड के मुताबिक, 22 जनवरी से पहले तक सभी जिलों के अलावा पड़ोसी जिलों से भी दीयों के आर्डर पेंडिंग है। हाल ये है कि सप्लाई नहीं हो पा रही है। उधर फेडरेशन आफ होटल-रेस्त्रां एंड स्वीट हाउस के पीके गुप्ता के मुताबिक 1.5 लाख किलो से ज्यादा लड्डुओं के एडवांस आर्डर पहले ही आ चुके हैं। इसमें छोटे कस्बे, तहसीलों के आर्डर शामिल नहीं है। फूलों की कीमत भी इस वजह से बढ़ गई है। गेंदा और गुलाब की मांग को देखते हुए पूरे प्रदेश से मंगाया जा रहा है। चूंकि फूलों का अधिक समय तक भंडारण नहीं किया जा सकता इसलिए 19 तारीख से ही 22 की एडवांस बुकिंग हो चुकी है। 15 के बाद सहालग भी हैं इसलिए 18 से 22 के बीच तीन गुना बुकिंग अभी से हो रही है।
फ्लैक्स के कारोबार पर भी राममंदिर की कृपा हो गई है। फ्लैक्स बाजार के बड़े कारोबारी विनोद कुमार ने बताया कि केवल राम मंदिर से जुड़े आयोजनों, उत्सवों और बधाई के लिए लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ, आगरा, गाजियाबाद, नोएडा और गोरखपुर से 80 लाख वर्गफुट की बुकिंग हो चुकी है। प्रदेश की बात करें तो अनुमान के मुताबिक कम से कम 3.5 करोड़ वर्गफुट फ्लैक्स की होर्डिंग बिक जाएगी। यूपी सराफा एसोसिएशन और आल इंडिया गोल्ड स्मिथ ज्वैलर्स एसोसिएशन के मुताबिक प्रदेश में राम मंदिर से जुड़े सोना-चांदी की बिक्री कम से कम 400 करोड़ की होने का अनुमान है।